Shubhshree mathurJun 19, 20211 min readक्लिपकोई आज़ाद पंछी नहींना ही उसका कोई पंखमैं तो वह छत पर बंधेतार पर टंगा कपड़ा हूंजिस पर क्लिपलगाए जाते हैंहवा का झोंकाभरोसा दिला गयाकि आंधी आएगीमुझे छुड़ाने
कोई आज़ाद पंछी नहींना ही उसका कोई पंखमैं तो वह छत पर बंधेतार पर टंगा कपड़ा हूंजिस पर क्लिपलगाए जाते हैंहवा का झोंकाभरोसा दिला गयाकि आंधी आएगीमुझे छुड़ाने
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