अकेला
यह उसके लिए जो अकेला है
कि अकेले तो सभी हैं
हम दो हमारे दो में भी चारों अकेले हैं
एक रसोई में, एक दफ्तर में, एक स्कूल में, एक कॉलेज में
60 की क्लास में भी सब अकेले हैं
एक गणित में, हिंदी में, एक अंग्रेजी में, एक भूगोल में
लोकल बस की भीड़ में अकेले का टिकट लेते हैं
डिस्को में हजारों के बीच कितने ही अकेले मन झूमते हैं
मेहनत करने पर अव्वल भी अकेले ही आते हैं
मेहनत ना करें तो आखिरी भी अकेले ही आते हैं
अपनी शादी में दूल्हा अकेले ही पीछे घोड़ी पर आता है
जनाज़े में सब खड़े हैं तू अकेला ही तो लेट कर जाता है
उंगली का नाखून अकेला ही कट जाता है
पर पलक का बाल अकेला ही सब इच्छाएं उठाता है
चेहरे पर अकेला तिल खूबसूरती बताता है
सर में अकेला सफेद बाल तजुर्बा बन जाता है
धूल का अकेला कण आंखों में पानी लाता है
अकेला अंगारा पूरा जंगल झूलसाता है
जो कमजोर है वो अकेला
जो बलशाली वो भी
जो अनोखा वो अकेला
जो आम वो भी
जो जोड़े में हैं
वो अकेले एक दूसरे पर हावी हैं
तू अकेला है क्योंकि तू अकेला ही काफी है
Aur hum ye akele room mein baithe college ke baad padh rahe hai, puri santushti ke saath, vyast zindagi mein bhi akele. Nevertheless, i am not alone who thinks we all are alone. I illustrate too, and happy to find such a beautiful artist to be inspired from :)