Shubhshree mathurJun 19, 20211 min readबादलमैंने ग़लती सेबादलों पर रख दिए अपने उसूल और आदर्शअब वोइतने हल्के हैकि ज़मीन परनहीं आ पातेइतने ऊंचे किमैं उन तकनहीं पहुंच पाती
मैंने ग़लती सेबादलों पर रख दिए अपने उसूल और आदर्शअब वोइतने हल्के हैकि ज़मीन परनहीं आ पातेइतने ऊंचे किमैं उन तकनहीं पहुंच पाती
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